Thursday, April 23, 2009

अलबेदार

अलबेदार -(३)
आगाही
मुसलमानों! जागो,
क्या तुम को मालूम है कि तुम पामाल हो रहे हो ?
कभी सोचा है कि इसकी वजह क्या हो सकती है ?
इस की वजह है तुम्हें घुट्टी मे पिलाया गया दीन ए इसलाम और तुम्हारे वजूद पर छाए हुए यह शैतानी आलिमाने दीने ए इसलाम. क़ुरआन तुम्हारा पैदाइशी दुश्मन है जिस को यह आलिमाने दीन तुम्हें उल्टा समझाते हैं, जो कहता है "अल्लाह की राह में क़त्ताल करो." दुन्या के लिए यह इसका बद तरीन पैगाम है, इसके रद्दे अमल में सारी मुहज्ज़ब दुन्या मिल के तुमको क़त्ल करके ज़मीन को पाक कर देगी. अभी वक़्त है तर्क ए इसलाम करके ईमान के दामन को थाम लो, मुस्लिम से मोमिन बन जाओ, बहुत आसान है ये काम, बस तुम्हारे पक्के इरादे की ज़रुरत है. मोमिन पैदा हो चुका है, वह तुम्हारी रहनुमाई करता है. वह पयंबरी का दावा करता है न रहबरी का, वोह तो तुम में से ही एक अदना सा जगा हुवा इन्सान है जो भोले भाले मुसलमानों को जगाना चाहता है कि तुम लोग अपने बद तरीन दुश्मन, अपने बहरूपिए ओलिमा के चंगुल में फंसे हुए हो, आज ही नहीं, सदियों से . क़ुरआन में कुछ भी नहीं है, कुरआन आलम इंसानियत पर एक गाली है, इसे अपनी आँखों से देखो, अपनी समझ से समझो, शर्म से सर झुक जाएगा. इस्लामी आलिम सब कुछ तुम को उल्टा बतलाते हैं."हर्फे ग़लत" को पढो पहली किताब है जो कुरआन का ठीक ठीक तर्जुमानी करती है, कोई मुल्ला लाहौल पढने के सिवा इसके किसी बात का फितरी जवाब नहीं दे सकता. मुस्लिम से बा ज़मीर और ईमान दार मोमिन बनो.

1 comment:

  1. आपके इस वाक्‍य ''स्वयम्भू अंतिम अवतार (जिसके वर्तमान हिंदी कार्य वाहक आप बने हुए हैं)।'' के बारे में मेरा कहना है कि मुहम्‍मद सल्‍ल. स्‍वयं अंतिम अवतार नहीं बने अल्‍लाह ने कहा और बनाया,, अब तो कई हिन्‍दू भाईयों ने ऐतिहासि‍क शोध करके हिन्‍दू, जैन, बौध, ईसाई और यहूदियों का भी उन्‍हीं का अंतिम अवतार साबित कर दिया है, बहुत जल्‍द इसपर मेरा ब्‍लाग अंतिम अवतार पर देखोगे, फिलहाल मेरे ब्‍लाग islaminhindi.blogspto.com से पढिये श्रीवास्‍तव जी की पुस्‍तक 'हजरत मुहम्‍मद और भारतीय धर्मग्रंथ''
    आपके इस वाक्‍य ''ए आर रहमान का इस्लामी दुन्या में बड़ा शोर है,'' के बारे में मेरा कहना है कि आपके पास, आप जैसे लोगों में उनका शौर होगा, जो मेरे चारों तरफ हैं उनमें अक्‍सर नहीं जानते यकीन ना हो तो किसी किन्‍हीं 10 मुसलमानों से पूछ लो लेकिन वह मुसलमान जो दूर से ही पता लग जाता है कि यह मुसलमान है,दुनिया भी जानती है कौन हैं मुसलमान बस अन्‍जान बनी हुई हैं, मुसलमान वह जिसे देखकर पूछना ना पडे कि तुम मुसलमान हो तेरे और मेरे जैसे नहीं, ऐसे लोगों से पूछना फिर बताना कितनों को मालूम है कि कौन है ए आर रहमान, इसकी वजह है उसने इस्‍लाम कबूल किया है अपनाया नहीं, इस्‍लाम में संगीत, नाच गाने, बेहयाई से बचने को कहा गया है, जो इन पर ना चल सका, जिनके आपने नाम गिनाये हैं उनके लिये मेरा कहना है क‍ि वह नाम के मुसलमान हैं मेरे और तुम्‍हारे जैसे,
    आगे से कुरआन पर जो लिखो, उसका नेट पर मौजूद कुरआन के हिन्‍दी अनूवाद से लिखा करो ताकि दूध का दूध पानी पानी हो जाये,
    www.quranhindi.com (जमात इस्‍लामी हिन्‍द की पूरी वेब की pdf book मेरे ब्‍लाग से डाउनलोड कर लो)
    www.aquran.com (शिया भाई की)
    www.altafseer.com (अठारह भाषाओं में अनुवाद उपलब्‍ध, इसके हिन्‍दी अनुवाद को मैंने यूनिकोड कर लिया है जो वेब मित्रों को भेज कर मशवरा कर रहा हॅं कि कैसे इसे नेट पर डाला जाये)
    www.al-shaia.org (ईरान की वेब यूनिकोड में परन्‍तु अभी अधूरा, 70 से आगे की कोई सूरत यहां देख लिया करो)
    मुझे किताबी कीडा बताते हो, अरे मैं तो गुनहगार हूं , मैं भी नाम का मुसलमान हूं बस आप जैसों की इस्‍लाम पर बकवास ने मुझे मजबूर किया कि मैं लिखूं, दूध का दुध और पानी का पानी कर दूंगा, इन्‍शाअल्‍लाह
    अभी भी वक्‍त है पढ लो 'आपकी अमानत आपकी सेवा में' फिर ना कहना हमें कोई रास्‍ता दिखाने वाला नहीं मिला था, जिन को तुम ढपली कहते हो उन अल्‍लाह के चैलंजो पर दौबारा गौर करो, जो विस्‍तारपूर्वक मेरे ब्‍लाग पर हैं
    1- अल्‍लाह का चैलेंज पूरी मानव जाति को (क़ुरआन में 114 नमूने हैं उनमें से किसी एक जैसा अध्‍याय/सूरत बनादो)
    http://islaminhindi.blogspot.com/2009/02/1-7.html
    2- अल्लाह का चैलेंज है कि कुरआन में कोई रद्दोबदल नहीं कर सकता।
    http://islaminhindi.blogspot.com/2009/02/3-7.html
    3- अल्लाह का चैलेंज वैज्ञानिकों को सृष्टि रचना बारे
    http://islaminhindi.blogspot.com/2009/02/4-7.html
    4- अल्‍लाह का चैलेंजः कुरआन में विरोधाभास नहीं
    http://islaminhindi.blogspot.com/2009/02/blog-post.html
    2009
    5- अल्‍लाह का चैलेंजः आसमानी पुस्‍तक केवल चार
    http://islaminhindi.blogspot.com/2009/02/5-7.html
    2009
    6- खुदाई चैलेंज: यहूदियों (इसराईलियों) को कभी शांति नहीं मिलेगी’’
    http://islaminhindi.blogspot.com/2009/02/2-7.htm

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